फलौदी जिला – जिला दर्शन (राजस्थान) | नए आंकड़ों के साथ

आज के आर्टिकल में हम जोधपुर व जैसलमेर जिले से नवसृजित फलौदी जिला (Phalodi) के बारे में विस्तार से जानेंगे, इस जिले से जुडी हर नई जानकारी पढेंगे। फलौदी जिले का क्षेत्रफल,भौगोलिक स्थिति,विधानसभा क्षेत्र, फलौदी जिले का मानचित्र, फलौदी जिले की सीमा, Phalodi jila ka Naksha, Phalodi jila Map, Phalodi jile ka Manchitra, Phalodi district tehsil list, Phalodi jila number, Rajasthan ka New Jila।

फलौदी जिले का नक्शा – Phalodi District Map

Table of Contents

फलौदी जिले का नक्शा

सामान्य परिचय: Phalodi Jila

हाल ही में राजस्थान के 19 जिलों में फलौदी को भी नया जिला बनाया गया है। इसे जोधपुर व जैसलमेर से अलग कर जिला बनाया गया है। इस जिले में 8 तहसील है। फलौदी राजस्थान के नमक उत्पादक स्थानों में से एक है । फलौदी जिले को नमक नगरी भी कहते है। फलौदी भारत के सबसे गर्म स्थानों में से एक हैं। फलोदी में राज्य सरकार द्वारा 2022 में हवाई पट्टी का निर्माण किया गया।

फलोदी का प्राचीन नाम विजयनगर था। पृथ्वीराज चौहान के समय इसे विजयनगर कहा जाता था। संस्कृत शिलालेखों में फलौदी का नाम फलवृद्धिका या विजयपुर मिलता है। ऐसा मानना है कि 1515 ई. में श्री सिद्धू कल्ला ने फलोदी गाँव की स्थापना की थीं।  वर्तमान में यह फलौदी के नाम से जाना जाता है और अब यह जिला बन चूका है। फलोदी का खीचन गांव कुर्जा पक्षी के लिए काफी प्रसिद्ध है। परमवीर मेजर शैतान सिंह का नाता भी फलोदी के बाणासर गाँव से था, जो 1962 भारत – चीन युद्ध में शहीद हो गए थे। इन्हें मरणोपरांत परमवीर चक्र से सम्मानित किया गया था।

फलोदी किले का निर्माण राव सूजा के पुत्र राव नरा (जिनके वंशज नरावत राठौड़ कहलाए) ने शुरू करवाया और पूरा नरा के पुत्र राव हम्मीर नरावत ने करवाया और हम्मीर नरावत ने ही फलोदी पर शासन किया।

फलौदी जिला भौगोलिक स्थिति- Geography of Phalodi District

जिला नामफलौदी
राज्यराजस्थान
संभागजोधपुर
क्षेत्रफलपता नहीं
जनसंख्या (2011)1,13,000
भाषाराजस्थानी , हिंदी, मारवाड़ी
पिनकोड 342301
विधानसभा सीट2 (फलौदी और लोहावट)

फलौदी जिले में कौन -कौन सी तहसीलें शामिल होगी?

क्रम संख्यातहसील नाम
1.बाप
2.घंटियाली
3.फलौदी
4.लोहावट
5.आहू
6.देचू
7.बापणि
8.सेतरावा

फलौदी जिला विशेष:

  • फलौदी का पुराना नाम  – विजयनगर
  • सीमावर्ती जिले(4)  –  बीकानेर, नागौर, जोधपुर ग्रामीण, जैसलमेर (इसकी सीमा अन्तराष्ट्रीय सीमा पाकिस्तान से लगभग 30 किलोमीटर लगती है)
  • बाप रन – फलौदी
  • थोब रन – फलौदी
  • बाप झील,फलौदी झील  – खारे पानी की झीलें
  • मेघड़ासर  तालाब  – फलौदी
  • राज्य का सबसे बड़ा सोलर पार्क  – भड़ला(बाप)
  • चर्चित खींचन गाँव (कुरंजा  पक्षी की शरणस्थली )  – फलौदी
  • फलौदी जिला की आकृति आस्ट्रेलिया के समान है
  • लटियाल माता मंदिर  – फलौदी (सिंधु जी कल्ला द्वारा निर्माण)
  • लोक देवता पाबू जी पेनोरमा – कोलू, फलौदी
  • पाबूजी का जन्मस्थान  – कोलुमंड ,फलौदी
  • सोलर पार्क(नोख) – फलौदी
  • कोई भी नदी प्रवाहित नहीं होती है
  • सौर उर्जा में प्रथम स्थान
  • राजस्थान का सबसे शुष्क जिला  –  फलौदी जिला
  • मेहा जी मांगलिया का मंदिर  – फलौदी
  • मांगलिया मेहोजी जन्म स्थान – बापिनी (फलोदी)
  • मेघराजसर (मेघड़ासर) तालाब – बाप(फलौदी)
  • करणी माता जी की जन्म स्थली –  सुवाप,आऊ (फलौदी)
  • लोकदेवता हड़बुजी का प्रधान मंदिर – बैंगटी (फलोदी)
  • लोहावट युद्ध(1563 ई.) –  उदयसिह राव चंद्रसेन के बीच
  • उंट की प्रसिद्ध गोमठ नस्ल  – फलौदी
  • घटियाला का शिलालेख(प्रतिहार वंश से संबंधित) – फलौदी
  • बिथड़ी पवन उर्जा सयंत्र  – फलौदी
  • राष्ट्रीय राजमार्ग  NH – 11, NH – 125

धार्मिक स्थल :

लटियाल माता का मंदिर  –

सिंधु जी कल्ला द्वारा सन् 1458 में निर्माण किया गया था ।

पाबू जी:

पाबूजी का जन्म मारवाड़ के धांधलजी राठौड़ के यहां 1239 ई. में फलौदी के कोलू गाँव/कोलुमंड में हुआ था।  पाबू जी का पेनोरमा कोलू, फलौदी में है। कोलु में चैत्र अमावस्या को पाबूजी का मेला लगता है। पाबूजी 1276 देचू गांव में युद्ध करते हुए वीरगति प्राप्त हुए।

जन्मस्थान – कोलू गाँव/कोलुमंड(फलौदी)

वीरगति को प्राप्त हुए  – देचू गांव(फलौदी)

प्रथान पीठ – कोलू गाँव/कोलुमंड(फलौदी)

मैला  – चैत्र अमावस्या

घोड़ी  – केसर कालमी

जाम्बोजी का पवित्र स्थल – जाम्बा  (फलौदी)

फलोदी जिले के जांभा गांव में जांभोलाव तालाब स्थित है और जांभोजी का मंदिर बना हुआ है जिसे बिश्नोई समाज का पुष्कर कहते हैं।

हवेलियाँ :

  • फूलचंद गोलछा की हवेली
  • लालचंद चड्ढा की हवेली
  • मोतीलाल- अमरचंद हवेली
  • सांगीदास थानवी की हवेली

पशु संपदा

गोमठ नस्ल : ऊँट की नस्ल (सवारी/बोझा ढोने के लिए प्रसिद्ध)
वैज्ञानिक नाम – केमलस ड्रोमेडेरियस
सर्वाधिक – फलौदी जिले में
राज्य पशु : ऊंट(19 Sept 2014 को राज्य पशु का दर्जा मिला)

झीलें/ तालाब / सरोवर :

1. बाप झील

2. फलौदी झील

3. मेघड़ासर तालाब

4. जम्बोलाव तालाब

5. शिवसर तालाब

6. रानीसर तालाब

7. रावरा तालाब

दर्शनीय स्थल :

खींचन गाँव(फलौदी जिला)
यह स्थल कुरंजा पक्षी की शरणस्थली के लिए प्रसिद्ध है इसका वैज्ञानिक नाम डेमोसिल क्रेन है

 

बाप बोल्डर : फलौदी जिला

यहाँ पर्मियन – कार्बोनिफेरस युग की हिमानीकृत चट्टानों (गोलाश्म) के अवशेष मिलते हैं।

FAQ – Phalodi Jila

1.  फलौदी जिले को मान्यता कब मिली?

उत्तर  –  7 अगस्त 2023,इस जिले का स्थापना दिवस 7 अगस्त को मनाया जाएगा।


2. फलौदी जिले में कितनी तहसील है?

उत्तर – आठ (08 )  फलौदी जिले में 8 तहसील है।

  • बाप
  • घंटियाली
  • फलौदी
  • लोहावट
  • आहू
  • देचू
  • बापणि
  • सेतरावा

3. फलौदी से जोधपुर की दुरी कितनी है ?

उत्तर – 140.2 किमी


4. फलौदी जिले के जिला कलेक्टर कौन है?

उत्तर – फलौदी जिले के जिला कलेक्टर जसमीत सिंह संधू है।


5. फलौदी जिले का स्थापना दिवस कब मनाया जाएगा?

उत्तर  – सभी नए जिलों का नोटिफिकेशन 6 अगस्त 2023 को जारी हो गया था। फलौदी जिले का स्थापना दिवस  7 अगस्त को मनाया गया।


6. फलौदी पिन कोड क्या है?

उत्तर – फलौदी पिन कोड 342301  है ।


7. फलौदी की जनसंख्या कितनी है?

उत्तर –  पता नहीं


8. फलौदी जिले की सीमा कितनी है?

उत्तर  – ज्ञात नहीं


9. फलोदी जिले की अधिसूचना कब जारी हुईं?

उत्तर – फलोदी जिले की अधिसूचना 6 अगस्त 2023 को जारी हुई।


10 . राजस्थान में सर्वाधिक शुष्क जिला कौनसा है?

उत्तर  – फलौदी


11. बाणासुर का शहीद के नाम से किसे जाना जाता है?

उत्तर  – 1962 के भारत-चीन युद्ध में  मेजर शैतान सिंह शहीद हो गए थे । इन्हें मरणोपरांत परमवीर चक्र से सम्मानित किया गया था । इसलिए इन्हें बाणासुर का शहीद के नाम से भी जाना जाता है। इनके गांव का नाम बाणासुर था, जिसे वर्तमान में शैतानसिंह नगर कर दिया गया है। यह फलौदी में स्थित है ।

12 . फलौदी जिले के किस गाँव को न्यू अमेरिका कहा जाता है?
​उत्तर –  लोर्डिया गांव


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