फुटबॉल खेल का इतिहास – Football in Hindi | History and Rules

नमस्कार दोस्तों, आज के आर्टिकल में हम आपके साथ फुटबॉल खेल (Football in hindi) से सम्बन्धित जानकारी लेकर साझा कर रहें है। बहुत से लोग इस जो इस खेल के बारे में नहीं जानते है और इनके नियमों को भी नहीं समझते है। बिना नियम हर खेल अधूरा होता है।

जैसा कि आप जानते हो फुटबॉल (Football) एक ऐसा विश्व प्रसिद्ध और लोकप्रिय खेल है जिसके बारे में शायद ही कोई ऐसा इंसान होगा जो जो इसके बारे में न जानता हो जिसे लगभग सभी देशों में खेला जाता है – मिश्र, स्पेन, ब्राजील, अमेरिका, ग्रीनलैंड, चीन, जापान, भारत, यूरोप इत्यादि। इसलिए आज के आर्टिकल में हम आपके साथ फुटबॉल खेल के नियम, फुटबॉल का इतिहास और इसके संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी लेकर आए है। तो चलिए जानते है कि फुटबॉल खेल क्या है और इसे कैसे खेला जाता है-

फुटबॉल खेल की जानकारी – Football Information in Hindi

Table of Contents

football in hindi

⇒ फुटबॉल खेल क्या है ?

दोस्तो फुटबॉल एक लोकप्रिय खेल है जो हर गांव, शहर, राज्य और अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर भी खेला जाता है। फुटबॉल खेल में एक बड़ी गेंद होती है जिसका नाम फुटबॉल होता है। इस खेल में गेंद को पैर से मारकर गोल किया जाता है। इस वजह से ही इस खेल का नाम फुटबॉल पड़ा है। यह खेल दो टीमों के बीच खेला जाता है। इस खेल को कुछ देशों में सॉसर कहा जाता है। इसकी उत्पत्ति चीन से मानी जाती है। यह खेल 700-800 साल पुराना है।

फुटबॉल का इतिहास – Football history rules Facts in hindi

इस खेल को आज हम जिस रूप में देखते या खेलते हैं उसका जन्मदाता इंग्लैंड को माना चाहता है। लेकिन इस खेल का जो प्रारंभ है वह मिस्र से माना जाता है। सबसे पहले फुटबॉल खेल मिश्र में खेला गया था। उस समय वहां के लोग एक गेंद जैसे आकार की चीज को पैर से मारते थे। इससे यह अनुमान लगाया जाता है कि इसकी शुरुआत वहीं से हुई होगी । यह अन्य जगहों पर भी खेला जाने लगा तथा फुटबॉल खेल को कई नामों से जाना जाता है। फुटबाल का अस्तित्व 320 ईसा पूर्व से 500 ई. पू. तक “सुज्जू” नाम से भी चीन में पाया गया। जिसका चाइनीज भाषा में अर्थ- पैर से गेंद को मारना है।

चीन के सैनिकों में यह है काफी लोकप्रिय था जो कि सूअर के चमड़े में हबाब को डालकर इसे खेलते थे। इसके बाद इसका प्रसार अन्य देशों में हुआ । उसके बाद यह खेल इंग्लेंड में पहुंचा। इसका प्रसार इंग्लैंड में 12 वी सदी में हुआ। सन् 1314 में सम्राट एडवर्ड द्वितीय ने कुछ सैनिक कारणों की वजह से इस खेल पर प्रतिबंध लगा दिया था । इसके बाद रिचर्ड द्वितीय, हेनरी चतुर्थ, हेनरी अष्टम और एलिजाबेथ प्रथम ने भी इस प्रतिबंध को जारी रखा तथा इसे खेलने वाले को हफ्ते भर जेल में रखा जाता था, लेकिन इसके बाद भी यह खेल काफी लोकप्रिय होता चला गया।

  • सन् 1815 में इटन बर्ग में सबसे पहले इस खेल के नियम बनाए गए ।
  • जो पहला फुटबॉल क्लब उसका नाम – शेफील्ड फुटबाल क्लब था जिसकी स्थापना 24 अक्टूबर 1854 को हुई थी।
  • फुटबाल का सबसे पहला सार्वजनिक नियम 1863 में बना था।
  • विश्व में फुटबाल के नियम को विकसित व सुरक्षित रखने के लिए (FAB – the international football association board) का निर्माण गठन ब्रिटिश एसोसिएशन द्वारा किया गया था ।
  • विश्व की प्रथम प्रतियोगिता – ( FA Cup ) लंदन में 1871 में हुई थी ।

फुटबॉल खेल का मैदान – Football field size in Hindi

फुटबॉल खेल के मैदान का साइज 100 मीटर, 64 मीटर से 110 मीटर, 75 मीटर तक होता है। यह मैदान आयताकार बनाया जाता है। इस मैदान के बीचों बीच एक रेखा होती है जो मैदान को दो भागों में विभाजित करती है। इन दो भागों में ही टीम के खिलाड़ी खड़े होते है। इस बीच की रेखा से 10 गज की त्रिज्या का एक वृत्त बनाया जाता है। इस वृत्त को आरंभ वृत्त कहा जाता है। यहीं से खेल की शुरूआत की जाती है। फुटबॉल के मैदान की लम्बाई को साइड लाइन के नाम से जाना जाता है।

फुटबॉल खेल का मैदान

इस मैदान की चौड़ाई को गोल लाइन कहा जाता है, जहां गोल किया जाता है। फुटबॉल खेल के मैदान का माप अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अलग होता है। यहां मैदान की लंबाई 100-110 मीटर होती है तथा चौड़ाई 64-75 मीटर तक होती है।
वैसे तो इस खेल में जाल की जरूरत नहीं होती है लेकिन गोल करने के स्थान के पीछे जाल लगाया जाता है ताकि बॉल दूर ना जाए।

फुटबॉल गेंद का माप

फुटबॉल खेल में प्रमुख स्थान गेंद का होता है। जब इस खेल का आविष्कार हुआ था तब यह गेंद जानवरों की ब्लैडर से बनाई जाती है। धीरे-धीरे ब्लैडर की जगहर जानवरों की चमड़ी का उपयोग किया जाने लगा। लेकिन वैज्ञानिक और आधुनिक तकनीकों की वजह से गेंद बनाने की बड़ी-बड़ी कपंनियां स्थापित होनी लगी जो उच्च क्वालिटी की गेंद बनाने लगी।

फुटबॉल गेंद का माप

यह कंपनियां अलग-अलग आकार की फुटबॉल बनाती है। जिसमें खिलाड़ियों की उम्र का ध्यान रखा जाता है और उनकी उम्र के हिसाब से फुटबॉल का साइज बनाया जाता है। फुटबॉल गेंद का आकार गोलाकार होता है जिसकी परिधि 58 सेमी से 61 सेमी तक होती है।

फुटबॉल खेल के नियम – Football rules in hindi

खिलाड़ी- इस खेल में 11-11 खिलाड़ी होते है।
खेल के उपकरण- इस खेल को खैलने के लिए मैदान और फुटबॉल की आवश्यकता होती है। परन्तु जब इस खेल के टूर्नामेंट होते है तब खिलाड़ियों को चोट से बचाने के लिए फुटबॉल बूट, शिन पैड, पैडेड ग्लव्स का उपयोग किया जाता है, जिससे अगर खिलाड़ी नीचे गिर जाता है तो भी उसे चोट नहीं लगती है।

अन्य नियम – इस खेल में सिर्फ पैरों का प्रयोग किया जाता है, हाथों का इस्तेमाल नहीं किया जाता है और गोल सिर्फ स्ट्राइकर ही कर सकता है।
इस खेल में प्रत्येक खिलाड़ी को अलग-अलग कार्य दिए होते है जिसके हिसाब सेे टीम गोल कर सकती है।

फुटबॉल खेल के खिलाड़ियों का वर्गीकरण

1. स्ट्राइकर (Striker) – यह टीम का मुख्य खिलाड़ी होती है जो गोल करने का कार्य करता है। स्ट्राइकर के अलावा कोई भी खिलाड़ी गोल नहीं कर सकता।
2. डिफेंडर्स (Defenders) – यह खिलाड़ी विरोधी टीम के खिलाड़ियों को गोल करने से रोकता है।
3. मिडफिल्डर्स (Mid fielders) – फुटबॉल खेल में मुख्य कार्य बॉल पास करने का होताा है। मिडफिल्डर्स अपनी विरोधी टीम से गेंद को छीनते है और अपनी टीम के खिलाड़ियों को पास कर देते है।
4. गोलकीपर – यह खिलाड़ी गोल पोस्ट के सामने खड़ा होता है। इस खिलाड़ी का काम विपक्षी टीम के गोल को रोकना होता है।

5. फुटबॉल किक- इसमें गेंद रेखा को पार कर जाती है और उस खिलाड़ी को पुरस्कार मिलता है जिसने गेंद को आखिर में छुआ होता है।
6. कॉर्न किक – जब गेंद बिना गोल किए गोल रेखा के पार हो जाती है तो टीम को गेंद को छून का एक मौका दिया जाता है।
7. इनडायरेक्ट फ्री किक – जब बिना किसी फाउल के गेंद बाहर चली जाती है और खेल रूक जाता है, ऐसे में विपक्षी टीम को यह फ्री किक मिलती है।

फुटबॉल खेल के फाउल नियम

1. रेड कार्ड(Red Card in hindi) – जब कभी कोई खिलाड़ी खेल के नियमों को तोड़ता है या उचित व्यवहार नहीं करता है तो उसे रेड कार्ड दे दिया जाता है। रेड कार्ड देने का मतलब होता है- मैदान से बाहर करना। खिलाड़ी को खेल से बाहर कर दिया जाता है और उसकी जगह कोई नया खिलाड़ी भी नहीं आ सकता है। इससे टीम के खिलाड़ियों की संख्या कम हो जाती है।

रेड कार्ड

2. येलो कोर्ड (Yellow Card in hindi) – येलो कोर्ड का मतलब भी खिलाड़ी को मैदान से बाहर निकालने के लिए किया जाता है लेकिन इस खिलाड़ी की जगह नया खिलाड़ी आ सकता है।

येलो कोर्ड

3. ऑफसाइड- इस नियम में आगे के खिलाड़ी गेंद का बचाव किए बिना दूसरे खिलाड़ी के आगे नहीं जा सकता है। अगर कोई खिलाड़ी गोल रेखा के पास जाकर ऐसा करता है तो उसे फाउल माना जाता है।

फुटबॉल मैच खेलने का तरीका

यह मैच दो टीमों के बीच खेला जाता है। इस खेल के अंदर दो टीमें होती हैं इन दलों के अंदर 11 – 11 खिलाड़ी होते हैं। यह खिलाड़ी अपने तरफ आने वाली फुटबॉल को गोल पोस्ट में गोल होने से रोकते है और दूसरी टीम की तरफ गोल पोस्ट में गोल करने का निरंतर प्रयास करते है। इस खेल में समय दिया जाता है। जिस समय के अंदर इसे पूरा करना होता है। इस खेल को पूरा करने के लिए 90 मिनट दिए जाते है जिसमे ब्रेक दिया जाता है। इसमें 45-45 मिनट में दो पारियां दी जाती है।

इनके बीच में भी अलग से समय भी दिया जाता है, जिसकी आवश्कता पड़ने पर इस्तेमाल किया जाता है अन्यथा नही। फुटबॉल में एक रेफरी होता है जो सारे निर्णय लेता है। रेफरी का निर्णय अंतिम होता है। खेल को प्रारम्भ करने से लेकर अंत तक रेफरी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। खेल को प्रारंभ करने के लिए रेफरी दोनों टीमों के बीच टॉस करवाता है। जो टीम यह टॉस जीतती है, उस टीम का कप्तान डिसाइड करता है कि उन्हें पहले गोल करना है या गोल होने से रोकना है।

गेंद को मध्य रेखा पर रखा जाता है और खेल को शुरू किया जाता है। अगर दोनों टीमों के अंक एक समान हो जाते है तो उन्हें एक और मौका दिया जाता है जिसमें गोल किया जाता है। जो टीम ये गोल कर लेती है वहीं विजेता होती है।

15वीं सदी में फुटबॉल स्थिति

फुटबॉल नाम से एक खेल 15 वीं सदी में स्कॉटलैंड में खेला जाता है। लेकिन कुछ अपरिहार्य कारणों की वजह से 1424 ई. में यह खेल बैन कर दिया। खेल के बैन होने के बाद लोगों की रूचि इस खेल में नहीं रही। ये बैन थोड़े ही टाइम बाद हटा दिया गया परंतु लोगों से इसे खेलना बंद कर दिया था। बाद में उन्नीसवी सदी में फुटबॉल खेल फिर से रूचिकर हो गया। फिर से इस खेल को खेला जाने लगा। यह बैन सिर्फ स्कॉटलैंड में ही लगा था बाकि देशों में यह खेल खेला जाता था।

20वीं सदी में फुटबॉल स्थिति

20 वीं शताब्दी में ये खेल लोकप्रिय होने लगा। इस समय फेडरेशन इंटरनेशनल ऑफ फुटबॉल एसोसिएशन की स्थापना की गई। इस संस्था को एफईएफए के नाम से भी जाना जाता है। इसकी स्थापना 21 मई 1904 में की गई थी। इस संस्था के अध्यक्ष रोबर्ट गुएरिन को बनाया गया। इस संस्था की स्थापना सात देशों ने मिलकर की थी। ये सात देश स्पेन, बेल्जियम, फ्रांस, नीदरलैंड, डेनमार्क, स्वीडन और स्वीजरलैंड है। इस संस्था को स्थापित करने का मुख्य उद्देश्य फुटबॉल खेल की नियमित रूप से देखभाल करना था।

वर्तमान में फुटबॉल की स्थिति

यह वर्तमान समय में एक विश्व प्रसिद्ध तथा लोकप्रिय खेल माना जाता है। यह लगभग सभी देशों में पसंदीदा होने के साथ साथ बहुत ही बड़े पैमाने पे खेला जाता हैं। इसके विश्व स्तर तथा राष्ट्रीय, अंतर राष्ट्रीय स्तर पर बहुत ही बड़े स्तर पर इसके मुकाबले करवाए जाते है। फुटबॉल एक बड़ा खेल होने के कारण इसके राष्ट्रीय तथा अंतर राष्ट्रीय स्तर पर कई फुटबॉल क्लबों की भी स्थापना की गई है।

निष्कर्ष

आज के आर्टिकल में हमने आपको फुटबॉल खेल(football in hindi) के बारे में सारी जानकारी बताई है। इससे आप जान सकते हो कि यह खेल कैसे खेला जाता है। अगर आपको इस खेल संबंधित कोई समस्या हो या कोई प्रश्न पूछना हो तो आप कमेट करके आप सवाल पूछ सकते हो।

FAQ – Football in hindi

1. फुटबॉल खेल में कितने खिलाड़ी होते है ?

उत्तर- प्रत्येक टीम में 11 खिलाड़ी होते है।


2. 15वीं शताब्दी में फुटबॉल को कहां बैन किया गया था ?

उत्तर- स्कॉटलैंड में


3. फुटबॉल खेल के लिए कौनसी संस्था स्थापित की गई ?

उत्तर- फेडरेशन इंटरनेशनल ऑफ फुटबॉल एसोसिएशन


4. फेडरेशन इंटरनेशनल ऑफ फुटबॉल एसोसिएशन की स्थापना कब की गई ?

उत्तर- 21 मई 1904


5. फुटबॉल में गोल करने का अधिकार कौन से खिलाड़ी के पास होता है ?

उत्तर- स्ट्राइकर के पास


6. फुटबॉल में अंतिम निर्णय किसका माना जाता है ?

उत्तर- रेफरी का


7. फुटबॉल खेल का आविष्कार कौनसे देश ने किया था ?

उत्तर- चीन ने


8. फुटबॉल खेल कितना पुराना है

उत्तर- 700-800 साल पुराना


9. फुटबॉल खेल की प्रथम विश्व प्रतियोगिता कब व कहां हुई थी ?

उत्तर- 1871 ई. में लंदन में प्रथम विश्व प्रतियोगिता हुई थी।


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