द्रौपदी मुर्मू का जीवन परिचय – देश की प्रथम आदिवासी महिला राष्ट्रपति बनी || Draupadi Murmu Biography

द्रौपदी मुर्मू का जीवन परिचय: नमस्कार दोस्तों, आज के इस आर्टिकल में हम द्रौपदी मुर्मू के बारे में बात करेंगे। जीवनी, उम्र, पति, जाति, सैलरी, आरएसएस, शिक्षा, राष्ट्रपति, जन्म तारीख, पेशा, परिवार, धर्म, इंटरव्यू करियर, राजनीति, अवार्ड्स। (Draupadi Murmu Biography in Hindi, India’s first tribal President, caste, age, Income, Daughter, Husband, sons, RSS, President, date of birth, family, Profession, Qualification, religion, Education, career, Politics career, Interview, Awards, Speech)

द्रौपदी मुर्मू का जीवन परिचय – Draupadi Murmu Biography

द्रौपदी मुर्मू जीवन परिचय

हाल ही में भारतीय जनता पार्टी ने राष्ट्रपति के उम्मीदवार पद के लिए द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) का चयन किया था। आदिवासी जनजाति से जुड़ी यह महिला हाल ही में झारखंड के राज्यपाल के पद पर है। द्रौपदी मूर्म अनुसूचित जनजाति से जुड़ी पहली महिला से जिसका राष्ट्रपति के पद के लिए नामांकित किया गया था। 22 जुलाई का दिन ऐतिहासिक रहा है क्यों कि द्रौपदी मुर्मू देश की पहली महिला आदिवासी राष्‍ट्रपति बन गई हैं। उन्हें कुल 64.03 %(6,76,803) वोट मिले, जबकि उनके प्रतिद्वंद्वी यशवंत सिन्हा को 35.97 % (3,80,177 )वोट ही मिले। चुनाव में जीत पर द्रौपदी मुर्मू को बधाई देते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने लिखा, ” द्रौपदी मुर्मू एक असाधारण विधायक और मंत्री रही हैं। झारखंड के राज्‍यपाल के तौर पर उनका बेहतरीन कार्यकाल रहा है। मुझे यकीन है कि वे उत्‍कृष्‍ट राष्‍ट्रपति साबित होंगी, जो आगे बढ़कर नेतृत्‍व करेंगी और भारत की विकास यात्रा को मजबूत करेंगी।”
राष्ट्रपति पद की दौड़ में जीत चुकी है ‘‘ओडिशा की बेटी” द्रौपदी मुर्मू । उनके गृह नगर रायरंगपुर समेत पूरे राज्य में जश्न का माहौल है. द्रौपदी मुर्मू भारत की 15वीं राष्ट्रपति बनी हैं।

कितने वोट मिले?

  • पहले राउंड में – 3,78,000 की वैल्यू के साथ 540 वोट
  • दूसरे राउंड में – 1,05,299 की वैल्यू के साथ 809 वोट
  • तीसरे राउंड में – 812 वोट
नोट : 25 जुलाई, 2022 सोमवार को उन्हें सीजेआई(CJI) एनवी रमण ने राष्ट्रपति पद की शपथ दिलाई।

जैसा कि आपको विदित होगा कि देश का पहला नागरिक राष्ट्रपति होता है। भारत का राष्ट्रपति राष्ट्राध्यक्ष होने के साथ-साथ भारतीय सशस्त्र सेनाओं का सेनाध्यक्ष होता है। द्रौपदी देश की दूसरी महिला राष्‍ट्रपति हैं।

शपथ ग्रहण के समय राष्‍ट्रपति द्रौपदी मूर्म ने कहा कि –

मेरे लिए बहुत संतोष की बात है कि जो सदियों से वंचित रहे, जो विकास के लाभ से दूर रहे, वे गरीब, दलित, पिछड़े तथा आदिवासी मुझ में अपना प्रतिबिंब देख रहे हैं। मेरे इस निर्वाचन में देश के हर गरीब तबके का आशीर्वाद शामिल है, देश की करोड़ों महिलाओं और बेटियों के सपनों और सामर्थ्य की झलक है।

महत्त्वपूर्ण फैक्ट:

  1. देश की पहली महिला आदिवासी राष्ट्रपति।
  2. सबसे कम उम्र की राष्ट्रपति।
  3. देश की दूसरी महिला राष्ट्रपति।

सोशल मीडिया पर हर कोई द्रौपदी मुर्मू के बारे में जानना चाहता है। तो चलिए जानते है इनके जीवन के बारे में –

द्रौपदी मुर्मू का व्यक्तिगत जीवन – Draupadi Murmu Personal Life

पूरा नामद्रौपदी मुर्मू
मूल नामद्रौपदी
जन्म तिथि20 जून 1958
जन्म स्थानमयूरभंज, उड़ीसा, भारत
उम्र64 वर्ष (2022 के अनुसार)
माता का नामकिनगो टुडू
पिता का नामस्वर्गीय बिरंची नारायण टुडू
धर्महिन्दू
नागरिकताभारतीय
राशि चक्रमिथुन राशि
धर्ममुर्मू
पार्टीभारतीय जनता पार्टी
पेशाराजनीतिज्ञ

द्रौपदी मुर्मू की शिक्षा

स्कूलअज्ञात
कॉलेजरमा देवी महिला कॉलेज, भुवनेश्वर, ओडिशा
शिक्षाकला स्नातक

द्रौपदी मुर्मू की शारीरिक स्थिति

लम्बाई5’4″
वज़न74 किलो
आँखों का रंगब्राउन
बालों का रंगकाला

द्रौपदी मुर्मू की संपत्ति

संपत्ति9.5 लाख रूपए

द्रौपदी मुर्मू की वैवाहिक स्थिति

वैवाहिक स्थितिविधवा
पति नामश्याम चरम मुर्मू
बच्चेइतिश्री मुर्मु (बेटी)

द्रौपदी मुर्मू की राजनीतिक स्थिति

जातिअनुसूचित जनजाति
व्यवसायभारतीय राजनीतिज्ञ
राजनीतिक दलभारतीय जनता पार्टी

द्रौपदी मुर्मू के पुरस्कार

  • 2007 – नीलकंठ पुरस्कार

द्रौपदी मुर्मू के सोशल मीडिया अकाउंट

फेसबुकउपलब्ध नहीं
इंस्टाग्रामउपलब्ध नहीं
ट्विटरउपलब्ध नहीं

द्रौपदी मुर्मू का प्रारंभिक जीवन – Birth & Early Life

द्रौपदी मुर्मू के प्रारंभिक जीवन की बात करें तो उनका जन्म भारत के उड़ीसा राज्य के मयूरभंज जिले के बेदापोसी गांव में 20 जून 1958 को एक संथाल आदिवासी परिवार मे हुआ था। यह एक बहुत ही पिछड़ा हुआ इलाका था, जहां पर किसी भी प्रकार की मूलभूत सुविधाएं नही थी। इनके पिता का नाम बिरांची नारायण टूडू है। द्रौपदी मुर्मू के माता का नाम किनगो टुडू है। इनकी प्रारंभिक शिक्षा अपने इलाके के विद्यालयों में ही हुई थी तथा इसके बाद इन्होंने अपनी ग्रेजुएशन रमा देवी विमेंस यूनिवर्सिटी, भुवनेश्वर से पूरी की थी जो की ओडीशा में स्थित है।

अपनी कॉलेज की पढ़ाई पूरी होने के बाद द्रौपदी मुर्मू ने सिंचाई विभाग में क्लर्क की नौकरी करने लगी थी, परंतु घर की स्थितियों में पारिवारिक कमजोरियों के कारण इन्हें क्लर्क की नौकरी छोड़नी पड़ी। जिसके बाद वह ससुराल चली जाती है। इसी दौरान यह भी बताया जाता है कि उन्होंने स्कूल टीचर की नौकरी भी की थी। 1997 में द्रौपदी मुर्मू को रायरंगपुर नगर पंचायत की काउंसलर बनाया। जिसके बाद वह कई जगहों पर मंत्री के रूप में भी रह चुकी है। यह झारखंड की पहली महिला व आदिवासी महिला गवर्नर है।

इनका विवाह श्याम चरण मुर्मू से हुआ था जो की अब इस दुनिया में नहीं रहे। द्रोपति मुर्मू जी के 3 बच्चे है, जिनमे 2 बेटे और 1 बेटी है लेकिन एक हादसे में इनके दोनों बेटो की मृत्यु हो चुकी है। द्रौपदी मुर्मू को वर्तमान 2022 में भारत की राष्ट्रपति पद पद पर नियुक्त किया गया है। जो कि पहली भारतीय आदिवासी महिला व दूसरी महिला राष्ट्रपति है।

द्रौपदी मुर्मू का परिवार – Draupadi Murmu Family

Draupadi Murmu Family

ये आदिवासी जाति से संबंधित है। द्रौपदी मुर्मू के पिता का नाम बिरंची नारायण टुडू है। इनकी माता का नाम किनगो टुडू है। इनका विवाह श्याम शरण मुर्मू से हुआ। द्रौपदी मुर्मू के दो बेटे तथा एक बेटी थी लेकिन इनके पति और दो बेटों का निधन हो गया। वर्तमान में ये विधवा है तथा इनकी एक बेटी है, जिसका नाम इतिश्री मुर्मू है। इनकी बेटी इतिश्री विवाहित है। इनके पति का नाम गणेश हेम्ब्रम है।

द्रौपदी मुर्मू की शिक्षा – Draupadi Murmu Education

द्रौपदी मूर्मू ने शिक्षा उड़ीसा से ग्रहण की है। इन्होंने अपने स्कूल की पढ़ाई उड़ीसा के ही किसी निजी स्कूल से की थी। स्कूल का नाम पता नहीं चल सका है। स्कूली शिक्षा पूरी होने के बाद इन्होंने कॉलेज की पढ़ाई रमा देवी महिला कॉलेज, भुवनेश्वर, उड़ीसा से की। इन्होंने इस काॅलेज से कला वर्ग में ग्रेजुशन की। इनके आगे उनकी पढ़ाई का कोई विवरण नहीं मिला है।

द्रौपदी मुर्मू की संपत्ति – Draupadi Murmu Net Worth

इनके पास इतनी संपत्ति नहीं है कि ये आम जनता की मदद कर सके। इनकी संपत्ति लगभग 9.5 लाख है। फिर भी इनके पास ज्यादा संपत्ति नहीं है। इनके पास जमीन-जायदाद और कोई अचल संपत्ति भी नहीं है। द्रौपदी मुर्मू की संपत्ति से उनका घर ही चलता है।

द्रौपदी मुर्मू का राज्यपाल पद

2015 में द्रौपदी मुर्म झारखण्ड के राज्यपाल चुनी गई है। राज्यपाल बनने से पहले भी द्रौपदी मुर्मू उड़ीसा में दो बार विधायक का और एक बार राज्यमंत्री का पद संभाल चुकी है। द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार बनाने की चर्चा 2017 से ही चल रही थी और अब इन्हें राष्ट्रपति पद के लिए चुना गया है।

द्रौपदी मुर्मू का राजनीतिक जीवन – Draupadi Murmu Political Life

द्रौपदी मुर्मू का राजनीतिक जीवन

➡️ द्रौपदी मुर्मू भारत की पहली आदिवासी राष्ट्रपति बन गई है। भारत के राष्ट्रपति चुनाव 2022 में बीजेपी की उम्मीदवार श्रीमती द्रौपदी मुर्मू का नाम प्रस्तुत किया गया था।
➡️ 1997 में द्रौपदी मुर्मू को रायरंगपुर नगर पंचायत की काउंसलर बनाया गया था।
➡️  यह बीजेपी पार्टी की तरफ से है जो की बीजेपी की शेड्यूल ट्राइब्स मोर्चा की वाइस प्रेसिडेंट भी रह चुकी है।
➡️ साल 2002 से 2004 तक ओडीशा कि मंत्री और रायरंगपुर क्षेत्र असेंबली की MLA रह चुकी हैं।
➡️ द्रौपदी मुर्मू साल 2000 से 2002 तक उड़ीसा की कॉमर्स व ट्रांसपोर्ट की राज्यमंत्री के रूप में कार्य कर चुकी है।
➡️ यह भारत की पहली आदिवासी महिला गवर्नर है।
➡️ यह झारखंड की पहली महिला गवर्नर बनी जिसने पूरे 5 साल तक अपना कार्यकाल पूरा किया।

राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार

भाजपा पार्टी ने राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के चुनाव के लिए 20 व्यक्तियों के नामों पर चर्चा की थी। इन 20 व्यक्तियों में द्रौपदी मुर्मू को चुना गया था। द्रौपदी मुर्मू राष्ट्रपति के रूप में 64 वर्षीय भारत की पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति बन गयी है। इससे पहले भारत की पहली महिला राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल रही है। राष्ट्रपति पद के चुनावों में द्रौपदी मुर्मू के विपक्ष में पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा थे। NDA के द्वारा राष्ट्रपति चुनावों में उम्मीदवार द्रोपति मुर्मू 24 जून को अपना नामांकनकिया था। विपक्षी पार्टियों के विपक्ष उम्मीदवार यशवंत सिन्हा 27 जून को अपना नामांकन भरा था ।

द्रौपदी मुर्मू से जुड़े रोचक तथ्य

➡️ ये अनुसूचित जनजाति में पहली राष्ट्रपति पद के लिए चुनी गई है जो कि भारतीय जनता पार्टी से जुड़ी है।
➡️ यह झारखंड की प्रथम महिला राज्यपाल है।
➡️ द्रौपदी मुर्मू को नीलकंठ पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। यह पुरस्कार उन्हें वर्ष की सर्वश्रेष्ठ विधायिका होने पर 2007 में मिला था।
➡️ इन्होंने अपने करियर की शुरुआत रायरंगपुर में श्री अरबिंदो इंटीग्रल एजुकेशन सेंटर में सहायक शिक्षक के रूप में शुरू की थी।
➡️ 1997 में इन्होंने भारतीय जनता पार्टी में प्रवेश किया था।
➡️2002 में द्रौपदी मुर्म को मत्स्य पालन और पशु संसाधन विकास की राज्य मंत्री बनाया गया।

निष्कर्ष – Conclusion

छोटी जाति से होना कोई बड़ी बात नहीं है। व्यक्ति अपने जज्बे के जरिए कुछ भी हासिल किया जा सकता है। इसका ही एक उदाहरण है- द्रौपदी मुर्मू। आदिवासी जाति से होते हुए भी आज वे राष्ट्रपति पद के लिए चुनी गई है। इन्होंने अपने जीवन में कई पदों पर कार्य किया है। अनूसूचित जनजाति से राष्ट्रपति पद के रूप चुनी हुई, ये पहली महिला है।

महत्वपूर्ण FAQ

Q. द्रौपदी मुर्मू किस जाति से है ?

उत्तर- आदिवासी जनजाति


Q. द्रौपदी मुर्मू का जन्म कब और कहाँ हुआ ?

उत्तर- 20 जून 1958 को मयूरगंज, उड़ीसा में हुआ।


Q. द्रौपदी मुर्मू वर्तमान में किस पद में कार्यरत है ?

उत्तर- झारखंड के राज्यपाल पद पर


Q. द्रौपदी मुर्मू झारंखड की राज्यपाल कब बनी ?

उत्तर- 2015 में


Q. द्रौपदी मुर्मू कौनसी पार्टी से संबंधित है

उत्तर- भारतीय जनता पार्टी


Q. द्रौपदी मुर्मू वर्तमान में किस पद के उम्मीदवार के रूप में चुनी गई है ?

उत्तर- राष्ट्रपति के पद के लिए


Q. राष्ट्रपति पद के चुनाव कब होंगे ?

उत्तर- 18 जुलाई 2022 को


Q. द्रौपदी मुर्मू को कौनसा पुरस्कार मिला है ?

उत्तर- नीलकंठ पुरस्कार


Q. द्रौपदी मुर्मू की संपत्ति की कितनी है ?

उत्तर- 9.5 लाख


Q. द्रौपदी मुर्मू के पति का नाम क्या है?

उत्तर – श्याम चरण मुर्मू


Q. द्रौपदी मुर्मू का झारखंड के राज्यपाल के रूप में कार्यकाल क्या है ?

उत्तर – 2015 – 2021


Q. द्रौपदी मुर्मू के पति कौन थे ?

उत्तर – श्याम चरण मुर्मू


Q. द्रौपदी मुर्मू कौन हैं ?

उत्तर – द्रौपदी मुर्मू भारत की एक राजनेता और अब देश की अगले राष्ट्रपति पद की प्रत्याशी हैं।


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