Buddhi ki Paribhasha Or Arth – बुद्धि क्या है ?

आज के आर्टिकल में हम मनोविज्ञान के महत्त्वपूर्ण विषय बुद्धि का अर्थ व इसकी परिभाषाओं (Buddhi ki Paribhasha) का अध्ययन करेंगे ।

बुद्धि क्या है ?

⇒ बुद्धि का अर्थ – Buddhi Ka Arth

बुद्धि को परिभाषित करने में शक्ति-मनोविज्ञान के उपरान्त स्टर्न (Stern) ने तथा उन्होंने बुद्धि की परिभाषा देते हुए कहा-’बुद्धि एक व्यक्ति की सामान्य क्षमता है जिसके द्वारा वह चेतनापूर्वक अपने विचारों को नवीन आवश्यकताओं के साथ समायोजित करता है। यह नई समस्याओं तथा जीवन की परिस्थितियों के प्रति सामान्य मानसिक ग्रहणशीलता।’’
“A general capacity of an individual, consciously to adjust his thinking to new requirements, it is general adaptability to new problems and conditions of life.”

स्टर्न की इस परिभाषा ने कतिपय नई-नई समस्याएँ खङी कर दीं, उदाहरण के लिये, ग्रहणशीलता (Adaptability) क्या है? यह एक ऐसी मानसिक प्रक्रिया है जिसे वस्तुनिष्ठतापूर्वक नहीं नापा जा सकता है। स्टर्न के उपरान्त और भी अनेक विद्वानों ने बुद्धि को परिभाषित करने के प्रयास किये।

इन समस्त परिभाषाओं को सारांश रूप में वर्गीकृत करें, तो समस्त परिभाषाओं को हम तीन श्रेणियों में विभक्त कर सकते हैं-
(1) वे परिभाषाएँ जो बुद्धि को ’सीखने की क्षमता’ मानती हैं।
(2) वे परिभाषाएँ जो इसे भावात्मक सम्बोध (Abstract concept) मानती हैं।
(3) वे परिभाषाएँ जो इसे समस्या समाधान की योग्यता मानती हैं।

बुद्धि को परिभाषा के जाल से निकाल बुद्धि की एक सुनिश्चित परिभाषा देने हेतु सन् 1910 में मनोवैज्ञानिकों की एक सभा की गई, 1921 में अमरीका के मनोवैज्ञानिकों की गोष्ठी आयोजित की गई तथा 1923 ई. विश्व के प्रमुख मनोवैज्ञानिकों की एक विचारगोष्ठी आयोजित की गई। इनमें विभिन्न विद्वानों ने बुद्धि को पृथक्-पृथक् रूप से परिभाषित किया किन्तु ये विद्वान एकमत होकर बुद्धि की परिभाषा न दे पाए।

बुद्धि  की परिभाषा – Buddhi ki Paribhasha

1. टरमैन (Terman) – ’’भावात्मक विचारों के अनुरूप चिन्तन क्रिया ही व्यक्ति की बुद्धि कहलाती है।’’
“Ability to think in terms of abstract ideas defines the degree of an individual’s intelligence.”

2. वुडरो (Woodrow) – ’’बुद्धि क्षमताएँ ग्रहण करने की क्षमता है।’’
“Intelligence is the capacity to acquire capacity.”

3. पिटनर (Pitner) – ’’बुद्धि नई परिस्थितियों के साथ समायोजन करने की योग्यता है।’’
“Intellignece is the ability to adopt to new situations.”

4. स्टाडर्ड (Stoddard) – ’’बुद्धि उन कार्यों को सम्पन्न करने की क्षमता है जिनमें कठिनाई, विषमता, अमूर्तता, मितव्ययता, उद्देश्य के साथ समायोजनशीलता, सामाजिक मूल्य तथा मौलिकता के गुणों का योग हो, तथा जिन्हें सम्पादित करने में शक्ति की एकाग्रता तथा प्रत्यावर्त संवेगात्मक शक्तियों का सामना करना पङे।’’
“Intelligence is the ability to undertake activities that are characterised by difficulty complexity, abstractness, economy, adaptiveness to goal, social values, and the emergence of originals, and to maintain such activities under condition that demand a concentration of energy and a resistance to emotional forces.”

5. डीयरबोर्न (Dearborne) – ’’बुद्धि, सीखने या अनुभवों से लाभ उठाने की क्षमता है।’’
“Intelligence is the capacity in learn or to profit by experience.”

6. रायबर्न (Ryburn) – ’’बुद्धि वह शक्ति है जो हमको समस्याओं का समाधान करने और अपने उद्देश्यों को प्राप्त करने की क्षमता प्रदान करती है।’’
“Intelligence is the power which enables us to solve problems and to achieve our purposes.”

7. मैक्डूगल (McDougall) – ’’बुद्धि जन्मजात प्रवृत्तियों को पूर्वानुभवों के प्रकाश में परिमार्जित करने की क्षमता है।’’
“Intelligence is the capacity to improve upon native tendency in the light of previous experiences.”

Buddhi ki Paribhasha

8. रेक्स नाइट (Rex Night) – ’’बुद्धि एक मानसिक योग्यता है जिसके द्वारा हम किसी उद्देश्य की पूर्ति या किसी समस्या का समाधान करने के लिये सम्बन्धित वस्तुओं या विचारों को सोचते हैं।’’
“Intelligence is the ability when we have aim or question in mind to discover the relevant qualities and relation of the object or ideas that are before us, and to evoke other relevant ideas.”

रेक्स नाइट एक अन्य स्थान पर परिभाषा देते हुए लिखते हैं, ’’बुद्धि वह तत्त्व है जो समस्त मानसिक योग्यताओं में सामान्य रूप से निहित रहता है।’’
“Intelligence is the factor that is common to all mental abilities.”

9. बर्ट (Burt) – ’’बुद्धि अच्छी तरह निर्णय करने, समझने तथा तर्क करने की योग्यता है।’’

10. बिने (Binet) – ’’बुद्धि निश्चित निर्देशन लेने तथा उन्हें कायम रखने, उपयुक्त उद्देश्यों की प्राप्ति हेतु निश्चित निर्णय लेने तथा आत्म-विवेचन की शक्ति है।’’
“It (Intelligence) is a (i) tendency to take and maintain a definite direction, (ii) a capacity to make adaptations for the purpose of attaining, a desired end, and (iii) a power of self-criticism.”

निष्कर्ष

इस प्रकार, हम देखते हैं कि बुद्धि एक अत्यन्त ही जटिल मानसिक प्रक्रिया है। बुद्धि वास्तव में क्या है, इस पर कोई भी विद्वान एकमत नहीं है। फिर भी हम इसे एक ऐसी मानसिक योग्यता मान सकते हैं जो (1) नई परिस्थितियों के साथ समायोजन करती है, (2) सम्बन्ध तथा सहसम्बन्ध स्थापित करती है, (3) उच्च विचारों को जन्म देती है, तथा (4) पूर्वानुभवों से ज्ञानार्जन करती है।

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