Brahmaputra Nadi – ब्रह्मपुत्र नदी | पूरी जानकारी पढ़ें

दोस्तो आज की पोस्ट में हम भारत की सबसे लम्बी नदी ब्रह्मपुत्र नदी को नक़्शे (Brahmaputra Nadi) द्वारा इसे अच्छे से पढ़ने जा रहे है।

Brahmaputra Nadi – ब्रह्मपुत्र नदी

इस पोस्ट में पहले हम ’ब्रह्मपुत्र नदी’ के बारे में सामान्य जानकारी प्राप्त करेंगे।

brahmaputra nadi

⇒ ब्रह्मपुत्र नदी हिमालयन नदी तंत्र का भाग है।

  • संस्कृत भाषा में ब्रह्मपुत्र नाम का अर्थ ’ब्रह्मा का पुत्र’ है।
  • भारत में प्रवाहित होने वाली नदियों की कुल लम्बाई के आधार पर सबसे लम्बी नदी ब्रह्मपुत्र है।
  • ब्रह्मपुत्र भारत की सबसे बङी नदी (जल की मात्रा के हिसाब से) है। यह विश्व की चौथी सबसे बङी नदी है।
  • गंगा व ब्रह्मपुत्र विश्व का सबसे बङा डेल्टा (सुन्दरवन डेल्टा) बनाती है।
  • इस नदी के किनारे गुवाहाटी, डिब्रूगढ और सेकोवाघाट नगर बसे हुए हैं।
  • ब्रह्मपुत्र नदी की कुल लम्बाई 2900 किलोमीटर है।
  • भारत में ब्रह्मपुत्र नदी की लम्बाई 916 किलोमीटर है।
  • बांग्लादेश में ब्रह्मपुत्र नदी की लम्बाई 360 किलोमीटर है।
  • चीन में ब्रह्मपुत्र नदी की लम्बाई 1625 किलोमीटर है।
  • ब्रह्मपुत्र नदी को स्थानीय भाषा में ’भुल्लम बुथुर’ (कलकल की आवाज करना) के नाम से जाना जाता है।
  • ब्रह्मपुत्र नदी ’पूर्ववर्ती नदी’ है।
  • ब्रह्मपुत्र नदी चीन (तिब्बत), भारत और बांग्लादेश में बहती है।

ब्रह्मपुत्र नदी का नक्शा – Brahmaputra Nadi Map

Brahmaputra nadi Map
Brahmaputra River Map

ब्रह्मपुत्र नदी तंत्र का उद्गम- Brahmaputra in Hindi

🔸 ब्रह्मपुत्र नदी विश्व की सबसे बङी नदियों में से एक है। इसका उद्गम कैलाश पर्वत श्रेणी में मानसरोवर झील के निकट चेमायुंगडुंग हिमनद से हुआ है।

🔹 इसका अपवाह तंत्र तीन देशों – तिब्बत (चीन), भारत, बांग्लादेश में विस्तृत है।

🔸 यह नदी तिब्बत में बहती है तिब्बत में इसे ’सांग्पो’ (शोधक), ’त्सांग्पो’, ’यारलुंग सांग्पो’ के नाम से जाना जाता है। फिर चीन में बहती है चीन में इसे ’यारलुंग जैम्बो’, ‘जांग्बो’, ‘या-लू-त्वांग-पूचियांग’ के नाम से जाना जाता है।

🔹 भारत में अरुणाचल प्रदेश में याँगयाप दर्रा से ब्रह्मपुत्र नदी प्रवेश करती है। अरुणाचल प्रदेश में ’नामचा बरवा’ पहाङी के कारण इस नदी को मोङ काटकर (मुङकर) आना पङता है। अरुणाचल प्रदेश में ब्रह्मपुत्र नदी को ’सियांग’ एवं ’दिहांग’, ‘डिहं’ के नाम से जाना जाता है। अरुणाचल प्रदेश में इसकी (ब्रह्मपुत्र नदी) दो सहायक नदियाँ – दिबांग नदी (सिकांग) और लोहित नदी ब्रह्मपुत्र नदी में मिलती है। अरुणाचल प्रदेश से से यह नदी मैदानों में प्रवेश करती है।

ब्रह्मपुत्र नदी – Brahmaputra Nadi in Hindi

🔸 ब्रह्मपुत्र नदी असम में ’सदिया’ नामक स्थान से प्रवेश करती है। असम में ’सदिया’ से लेकर ’धुबरी’ के क्षेत्र में मैदान का निर्माण होता है। इसी कारण ब्रह्मपुत्र द्वारा निर्मित मैदान ’असम का मैदान’ (पूर्वाचंल में सबसे बङा मैदान) कहलाता है। असम में यह नदी काफी चौड़ी हो जाती है और इसकी चैङाई 10 किलोमीटर तक हो जाती है। डिब्रूगढ़ तथा लखिमपुर जिले के बीच नदी दो शाखाओं में विभक्त हो जाती है।

असम में ही नदी की दोनों शाखाएं मिलकर ’माजुली द्वीप’ बनाती है। ’माजुली द्वीप’ विश्व का सबसे बङा नदी पर निर्मित द्वीप है। माजुली द्वीप को असम में एक ’नदी जिला’ घोषित कर दिया है। यहाँ पर भूमि उपजाऊ है इसलिए यह ’धान की खेती’ के लिए प्रसिद्ध है।असम के सदिया लेकर धुबरी तब ब्रह्मपुत्र नदी पूर्व से पश्चिम की ओर एक ‘रैम्प घाटी’ के रूप में प्रवाहित होती है।

इस रैम्प घाटी के उत्तर में हिमालय पर्वत तथा दक्षिण में शिलांग का पठार स्थित है। असम में ब्रह्मपुत्र नदी को ’ब्रह्मपुत्र नदी’ ही कहा जाता है। असम में ’मानस नदी’ तथा ’सुबनसिरी नदी’ आकर ब्रह्मपुत्र नदी में मिल जाती है। दिबांग नदी (सिकांग) और लोहित नदी अपने साथ अधिक पानी लाती है जिससे असम में ब्रह्मपुत्र नदी के कारण बाढ़ आ जाती है तो इसलिए ब्रह्मपुत्र नदी को असम में ’असम का शोक’ कहा जाता है।

🔹 ब्रह्मपुत्र नदी (Brahmaputra Nadi) असम के बाद बांग्लादेश में प्रवेश करती है। बांग्लादेश में ब्रह्मपुत्र नदी को ’जमुना’ के नाम से जाना जाता है। बांग्लादेश में ’तिस्ता नदी’ आकर जमुना नदी (ब्रह्मपुत्र नदी) में मिल जाती है। बांग्लादेश में ’गंगा नदी’ को ’पद्मा’ कहा जाता है।

जमुना नदी में जब ’पद्मा नदी’ (गंगा नदी) आकर मिल जाती है तो इसका (ब्रह्मपुत्र नदी) का नाम ’पद्मा नदी’ हो जाता है। बाद में मणिपुर से निकलने वाली ’बराक नदी’ (बांग्लादेश में इसका नाम ’मेघना नदी’ है।) जब बांग्लादेश में पद्मा नदी से मिलती है तो इन दोनों नदियों की संयुक्त धारा को ’मेघना नदी’ कहा जाता है। यह ’मेघना नदी’ सुन्दरवन डेल्टा का निर्माण करती हुई बंगाल की खाङी में गिर जाती है।

ब्रह्मपुत्र नदी के उपनाम – Brahmaputra in Hindi

ब्रह्मपुत्र नदी (Brahmaputra Nadi) को अलग-अलग देशों में अलग-अलग नामों से जाना जाता है –

 तिब्बत’सांग्पो’ (शोधक), ’त्सांग्पो’, ’यारलुंग सांग्पो’
 चीन’यारलुंग जैम्बो’, जांग्बो, या-लू-त्वांग-पूचियांग
 अरुणाचल प्रदेश’सियांग’ ’दिहांग’, डिहं।
 बांग्लादेश’जमुना’, ’मेघना नदी’
 असम’ब्रह्मपुत्र नदी़’, ’घियांग नदी’

ब्रह्मपुत्र की प्रमुख सहायक नदियाँ

बाएँ ओर से ब्रह्मपुत्र नदी (Brahmaputra Nadi) की सहायक नदियों का क्रम –

सबसे महत्त्वपूर्ण ब्रह्मपुत्र (Brahmaputra Nadi) की सहायक नदियाँ – दिबांग और लोहित नदी है।

1. दिबांग नदी

दिबांग नदी (सिकांग) अरुणाचल प्रदेश में ’मिश्मी की पहाङियों’ से निकलती है।

2. लोहित नदी

लोहित नदी अरुणाचल प्रदेश के ’जयाल छू’ ग्लेशियर से निकलती है।

3. धनसिरी नदी

’धनसिरी नदी’ नागालैण्ड राज्य के ’लैसांग चोटी’ से निकलती है और बायीं ओर से आकर ब्रह्मपुत्र नदी में मिल जाती है।

4. कपिली नदी

’कपिली नदी’ असम की ’सुरमा घाटी’ से निकलती है और फिर मेघालय के शिलांग पठार से होते हुए असम में ब्रह्मपुत्र नदी में मिल जाती है।

5. बराक नदी

बराक नदी नागालैण्ड राज्य के ’माँउट जेपोव’ ग्लेशियर से निकलती है और फिर मणिपुर (बराक नदी का मणिपुर में नाम ’बराक नदी’ है।) से होकर सुरमा घाटी में आती है। ’सुरमा घाटी’ में इसका नाम ’सुरमा नदी’ हो जाता है। अब सुरमा नदी बांग्लादेश में जाती है। बांग्लादेश में इसका नाम ’मेघना नदी’ हो जाता है। बाद में ’मेघना नदी’ ब्रह्मपुत्र नदी में मिल जाती है।

6. कोलंग नदी

7. बूढ़ी दिहिंग

दाएँ ओर से ब्रह्मपुत्र नदी (Brahmaputra Nadi) की सहायक नदियों का क्रम –

1. सुबानसिरी नदी

सुबानसिरी नदी तिब्बत से निकलती है माजुली द्वीप के पास ब्रह्मपुत्र नदी में मिल जाती है।

2. रंगा नदी

रंगा नदी अरुणाचल प्रदेश से निकलकर माजुली द्वीप के पास ब्रह्मपुत्र नदी में मिल जाती है।

3. संकोश नदी

’संकोश नदी’ उत्तरी भूटान से निकलकर असम और पश्चिम बंगाल के बीच सीमा बनाती हुई असम-बांग्लादेश सीमा के निकट ब्रह्मपुत्र नदी में मिल जाती है।

4. तीस्ता नदी (Tista River)-

’तीस्ता नदी’ सिक्कम के चोलामू झील (भारत की सबसे ऊँची झील, ऊँचाई-5330 मीटर) के ’जेमु ग्लेशियर’ से निकलती है फिर दार्जिलिंग से होते हुए ’बेस्ट बैंगनौर’ में ब्रह्मपुत्र नदी से मिल जाती है। भारत और बांग्लादेश के बीच ’तीस्ता नदी जल विवाद’ है। ’सिक्किम की जीवन रेखा’ तीस्ता नदी को कहते है।

5. रंगित नदी

’रंगित नदी’ तिस्ता नदी की सहायक नदी है। रंगित नदी सिक्कम से निकलती है और दार्जिलिंग के पास आकर सिक्कम में तिस्ता नदी में मिल जाती है।

6. मानस नदी

’मानस नदी’ भूटान से निकलती है और असम में आकर ब्रह्मपुत्र नदी में मिल जाती है।

7. कामेंग नदी

8. बेकी नदी

9. रैडक नदी

10. जलंधा नदी। 

ब्रह्मपुत्र की अन्य सहायक नदियाँ

  • ’कलादान नदी’ मिजोरम राज्य के ’जिंगमुह’ नामक स्थान से निकलती है।
  • मंघरा नदी, सुरमा नदी, कामेंग नदी, पग्लादिया (पगलादिया) नदी, जिया भरेली नदी, धनश्री नदी, पिथुमारी नदी, सुवनश्री नदी, तोर्सा नदी, संकोश नदी, कोलोंग नदी, चंपामती नदी, सरलभंगा नदी,  कोपीली नदी, दिसंग नदी, दिखी नदी।

आज की पोस्ट में हमने भारत की सबसे लम्बी नदी ब्रह्मपुत्र नदी के नक़्शे (Brahmaputra Nadi in Hindi) द्वारा अच्छे से पढ़ा ,हम आशा करतें है कि आप इस आर्टिकल को अच्छे से समझ पाए होंगे।

1.ब्रह्मपुत्र नदी की कुल लम्बाई कितने किलोमीटर है ?
2900 किलोमीटर
2. ब्रह्मपुत्र नदी अपवाह तंत्र कितने देशों में विस्तृत है ?
तिब्बत (चीन), भारत, बांग्लादेश

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